बुधवार, १० मे, २०२३

दुसरी लहरको मात

 दुसरी लहरको मात 


आज का लढा है सकारात्मकतेको नकारात्मक बनानेका

कारण नकारात्मकतेसे ही दिन आएगा सकारात्मकतेका


जानलो पिडा उनकी,  जिन्होने अपनोंको है खोया, 

जिनके ना रहनेसे हर बच्चा है रोया 


जरुरतमंदोओके काम है आना 

आज इस लढाईमे हमे है जितना 


पिछली गतीविधीयोंको हमे है बढाना 

मिलजुलकर अब सेवाभाव है दिखाना 


मर्यादा पुरुषोत्तम रामजी है कहते 

बचेगा वो जो अपनी मर्यादा है जानते 


रमजान के इस पावन अवसरपर 

अनुशासनका तु दिलसे पालन कर 


युवाशक्तीको आगे है रहना 

जिनके सेवासे हर जीवन है बचाना 


दिलसे बस यही कामना है

हर परिवार को स्वत रहना है 


अर्चना दीक्षित 


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